“वैराग्य”
आध्यात्म में, “वैराग्य” शब्द एक महत्वपूर्ण अर्थ परिभाषित करता है। यह एक आध्यात्मिक अवस्था है जिसमें व्यक्ति का मन पदार्थों के आकर्षण से परे हो जाता है। अर्थात्, जब भोगने योग्य पदार्थों की उपस्थिति में भी व्यक्ति को उसके आकर्षण का अहसास नहीं होता, तब उसे वैराग्य की स्थिति कही जाती है। वैराग्य की यह […]