सच्चा सुख और संतोष
प्रकृति के नियमों में यह एक महत्वपूर्ण सत्य है कि सभी कर्तव्य, पद, प्रतिष्ठा, और धन अनित्य हैं। इस अनित्यता का अवगाहन करना हमें यह सिखाता है कि सच्चा सुख और संतोष अंतर्निहित होता है, न कि बाह्य वस्तुओं में। त्याग और नाश, ये दोनों ही अहम वास्तविकताओं के पहलू हैं। त्याग करना वास्तविक स्वतंत्रता […]