ज्ञान की यात्रा
॥ केनोपनिषद् की कथा – ज्ञान की यात्रा ॥प्राचीन काल में, हिमालय की गोद में स्थित एक शांत आश्रम में, एक उत्साही ब्रह्मचारी, आरुणि, अपने गुरु पिप्पलाद के सानिध्य में अध्ययन कर रहा था। आरुणि को ब्रह्मज्ञान की अत्यधिक जिज्ञासा थी, और वह दिन-रात वेदों और उपनिषदों के गूढ़ रहस्यों को समझने में लीन रहता […]