मंगलमय यात्रा हेतु।
चलत बिमान कोलाहल होई। जय रघुबीर कहइ सबु कोई॥
सिंहासन अति उच्च मनोहर। श्री समेत प्रभु बैठे ता पर॥
यह पवित्र चौपाई किसी भी यात्रा के दौरान रक्षा और सुरक्षा का मंत्र है। यदि कोई अपनी यात्रा शुरू करने से पहले इस मंत्र का जाप करता है तो इस चौपाई की शक्ति से यात्रा सुरक्षित और सुगम हो जाती है।
चलत विमान कोलाहल होई मंत्र एक शक्तिशाली चौपाई है जो सभी नकारात्मक ऊर्जाओं को नष्ट कर सकता है। यह रामचरितमानस के लंका काण्ड का एक भाग है। जब भगवान श्री राम ने लंका का युद्ध जीता और रावण को हराया, तो वह सीताजी, लक्ष्मण जी और अन्य लोगों के साथ हवाई जहाज या विमान पर सवार हुए। उस समय विमान शोर मचाने लगा और लोग जय रघुबीर कहकर प्रभु श्री राम की स्तुति करने लगे। चलत विमान कोलाहल मंत्र इसी का वर्णन करता है।
विमान के चलते समय बड़ा शोर हो रहा है। सब कोई श्री रघुवीर की जय कह रहे हैं। विमान में एक अत्यंत ऊँचा मनोहर सिंहासन है। उस पर सीताजी सहित प्रभु श्री रामचंद्रजी विराजमान हो गए॥
भज मन 🙏
ओ३म् शान्तिश् शान्तिश् शान्तिः